tag:blogger.com,1999:blog-19038726011071317632024-02-08T04:39:49.151-08:00sbpatel29Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.comBlogger29125tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-45054588229889991812011-07-14T22:56:00.001-07:002011-07-14T22:56:16.401-07:00*गुरु* गुरु तो एवी राह जुए छे के शिष्य पण शिष्य न रहे.एवी घडीओ आवी जाय के शिष्य पण बदलाइने गुरुना अनुभव साथे एक थइ जाय.महापुरुषो कोई पण रुपमां होय....दत्तात्रेय भगवान होय,शंकराचार्य भगवान होय,शुकदेवजी मुनि होय,जनकराजा होय,ज्ञानेश्वर महाराज होय,अखा भगत होय,संत तुकाराम होय,संत एकनाथ होय,स्वामी रामतीर्थ होय,जलाराम जोगी होय के नरसिंह महेता होय, कोइ पण नामी-अनामी ज्ञानवान होय,ब्रह्मवेत्ता होय,जेओ संसारथी पर छे ए बधा ज महापुरुषोने आपणे खुब प्यारथी पोताना ह्रदयमां स्थापित करीए, एमना ज्ञानने ह्रदयमां धारण करीए.....Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com1tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-63403966993959047472011-07-14T22:21:00.001-07:002011-07-14T22:21:44.496-07:00॥कायेन वाचा मयनसेन्द्रियैवा बुध्यात्मना वा प्रकृते: स्वभावात् । करोमि यद् यद् सकलं परस्मै नारायणायेति समर्पयामि॥ **शरीरथी,वाणीथी, मनथी, इन्द्रियोथी,बुद्धिथी अथवा प्रकृतिना स्वभावथी जे कंइ करीए छीए ते बधुं समर्पित करीए छीए..अमारां जे कंइ कर्म छे, हे गुरुदेव! ए बधां आपना चरणोमां समर्पित छे...अमारो कर्तापणानो भाव,अमारो भोक्तापणानो भाव आपना चरणोमां समर्पित छे..Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-66207706853319552862011-07-07T04:26:00.001-07:002011-07-07T04:26:56.146-07:00Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-75001590112060741412011-07-07T04:18:00.003-07:002011-07-07T04:18:42.322-07:00Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-27703919955420036142011-06-30T01:07:00.001-07:002011-06-30T01:07:39.698-07:00ऐवा आवे छे धरतीना साद रे....हालो भेरु! गामडे. भीनी माटीनी गंध आवे याद रे....हालो भेरु! गामडे. बोलावे आज एनां खुल्लां आकाश, मीठा परोढना अलबेला उजास, घेरा घम्मर वलोणाना नाद रे....हालो भेरु! गामडे. चारीशुं गावलडी डुंगरना ढाळे, बांधीशुं हींचको वडलानी डाळे, मोर गहेके ज्यां सरोवरनी पाळ रे....हालो भेरु ! गामडे. गाओ रे बंधवा ! गामडाना गीत,याद करो भोळुडां मानवीनी प्रीत, जाणे जिँदगीना मीठा नवनीत रे....हालो भेरु! गामडे. खूंदवाने सीम,भाई !खेडवाने खेतरो,भारतना भाविनां करवा वावेतरो, हे जी करवा माभोभने आबाद रे.....हालो भेरु ! गामडे. --नाथालाल दवेSbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-85031892197095691032011-04-26T06:16:00.001-07:002011-04-26T06:16:23.193-07:00*FUN* 8 वखत 8नो उपयोग करीने 1000 मेळववा; (1)888+88+8+8+8=1000 (2)8888/8.888=1000 (3){8888-888}/8=1000 (4) {888-8}+8{8+8}-8=1000 (5) 8{8(8+8)-(8+8)/8}-8=1000Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-75053437035604975302011-04-26T05:54:00.001-07:002011-04-26T05:54:10.877-07:00।।शिक्षण मां अनुबंध।। कोयडा ए गणितने रसप्रद बनाववा माटेनी एक असरकारक प्रवृत्ति छे. केटलाक कोयडाः..(1)एक शिक्षिकाबेन रोज एक चोक वापरे तेमांथी 1/5 चोक बचावे.रोजना वधेल 1/5 चोक एकबीजा साथे जोडीने पण वापरी ले. जो तेमनी पासे 25 चोक होय तो केटला दिवस चाले?? (2)6 वांदराने 6केळां खातां 6मिनिट थाय तो 2वांदराने 2केळां खातां केटलो समय थाय? 60मिनिटमां 60केळां खवराववा माटे केटला वांदरा जोइए? (3)25*25ना चोरस ब्लोकनी दरेक बाजुए 26खीली लगाडवी होय तो केटली खीली जोइए? (4)12*10*6नो लंबघन ब्लोक लाल रंगथी रंगेलो छे.तेमांथी 1*1*1ना समघन बनावीए तो केटला समघन पर लाल रंग करेल हशे? (5)एक माणस फरती सीडीनां 7पगथियां पोतानी जाते चढे तो 60सेकन्डमां टोच पर पहोचे छे,जो ते 15पगथियां चढे तो 40सेकन्डमां टोच पर पहोंचे छे. जो एक पण पगथियुं न चढे तो केटला सेकन्डमां टोच पर पहोचशे?? (6)तमे एक मोटो समघन बनाव्यो छे. तेनी बधी बाजुओ जोइ शकाय तेम मूकवो छे, क्यां मूकशो? (7) 5 अने 9 वच्चे कयुं चिह्न मूकीए तो 5थी मोटी अने 9थी नानी संख्या मळे? (8)10दडाने 5लीटीओमां एवी रीते गोठवो के जेथी दरेक लीटीमां 4दडा आवे..Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-11018383305228325272011-04-26T04:28:00.001-07:002011-04-26T04:28:37.762-07:00टहुको सांभळ्यो ने याद आवी वसंत,कोयलने थयु हशे हु क्यां बोली ।। वादळांए दोडादोडी करी ने याद आवी वर्षा,पवनने थयु हशे में क्यां दोट मेली ।।Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-38419778729670753632011-04-08T07:48:00.001-07:002011-04-08T07:48:38.945-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">वाह अण्णाजी,वाह!<br />
भ्रष्टाचारना अजगरे देश आखाने भरडो लीधो छे त्यारे युवानोने शरमावे तेवा जोम साथे,पोताना आत्मबळने सहारे मेदाने पड्या छे तेवा वडील अण्णाजीने कोटि-कोटि सलाम...भ्रष्ट राजनेताओने आ बिलथी पेटमां चुक आवशे.... वषों पहेलां गांधीजीए पारकी सत्ता सामे आ शस्त्रनो सफळ ऊपयोग कर्यो हतो....खंधा राजकारणीओनी खंधाईनो भोग न बनतां पोतानु लक्ष्य सिध्ध थाय तेवी परमकृपाळु परमात्माने प्रार्थना........"भारत माता की जय "</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-87150779443830692092011-04-06T22:31:00.001-07:002011-04-06T22:31:07.793-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">"परीक्षा"<br />
आजथी परीक्षा शरु थइ. बाळपण याद आव्युं...परीक्षाना बे-त्रण दिवस बाकी....पूर्व तैयारी.....बे ईँचनी पेन्सिल (बंने छेडे छोलीने..),घसाइ गयेल रबर, तुटेल कंपासपेटी, डायरीनु पुठ्ठृं.......कया रुममां अने कोनी साथे नंबर आवशे...... साहेब प्रश्नपत्र क्यारे आपशे तेनी इंतेजारी...पेपर हाथमां आव्या पछी थता ह्यदयना धबकारा.....कोई प्रश्न न आवडे ते वेळा थतो मुझारो......जेवुं आवडे तेवुं लखवानी कोशिष....रुममां साहेबना आंटाफेरा दरम्यान थतो गभराट.....जो कोई चोरी करवानी चेष्टा करे तो थती धोलाई......अने अंते...पेपर पुरु थतां थतो संतोष......1,2,3,4,5,6,7....परीक्षा पुरी....केरी अने मीठी आंबली खावा कलाको सुधी करेल रखडपट्टी.....कोयलना टहुकानी करेल असल जेवी नकल.....बपोरवेळाए तळावनी डुबकीओ......अने...अने.....अने......गामनां बे बाळको(भाइ अने बहेन) तळावमां पोयणां तोडवा गयां......सदाने माटे जळदेवीना खोळामां समाई गयां...... </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-17949315704422584802011-04-05T20:49:00.001-07:002011-04-05T20:49:49.952-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">॥आजनुं शिक्षण॥<br />
आधुनिक मा-बापने पोताना पाल्यने बहु जल्दी मोटो माणस बनावी देवो छे एटले ज तो तेने खावानु शीखवता पहेलां A..B..C..D.. शीखववानी चिंतामां पडी जाय छे.....त्रण वर्षना फुलडाने LKG-SKG ना केडियमछाप पिंजरमां पुरतां हैयुं जराये नहिं दुभातु होय????? शुं आजना मा-बाप LKG-SKG करीने आगळ आव्या छे??? नवाईनी वात तो ए छे के जे पोताने शिक्षित गणावे छे ते ज मा-बाप आवी क्रुरता करता होय छे.....अंग्रेजी भाषा तरीके एनी जग्याए बराबर छे पण ते आपणी मातृभाषानुं स्थान न ज लई शके....॥जय गुजराती॥ </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-14022051576869624662011-03-25T02:22:00.001-07:002011-03-25T02:22:58.057-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">॥बापा ,कागडो॥<br />
धोरण 5 ना गुजराती पाठ्यपुस्तकमां एक वार्ता छे......एक शेठ हता. पोताना पुत्रने लइने एक दिवस पेढीए गया. त्यां पुत्रए कागडो जोयो अने बोल्यो:"बापा, कागडो".शेठे कह्यु:"हा भाइ,कागडो".आम पुत्रए सो वार पुछ्यु अने शेठ जवाब आपता गया..समय वीत्यो.पुत्रए सघळो वहीवट संभाल्यो....पिताने खावाना साँसा पडवा लाग्या.शेठ एक दिवस पेढीए गया..संजोगोवशात् एक कागडो आव्यो.शेठे कागडा तरफ आँगळी करी अने कह्यु :"भाई, कागडो".पुत्रए जवाब आप्यो:"हा बापा, कागडो".शेठे आम बे-त्रण वार पूछ्यु त्यां तो पुत्रए गुस्से थइने मुनिमने कह्यु: आ डोसाने घेर मुकी आवो, नकामा बकबक करे छे. मुनिम अनुभवी हतो.तेणे पेलो चोपडो काढ्यो जेमां सो वार लख्यु हतु:"बापा कागडो,- हा भाइ, कागडो". चोपडो जोइने पुत्रने भुतकाळ याद आव्यो अने तेणे शेठनी सेवाचाकरी करी.........मा-बापने वृद्धाश्रमां मुकनार तथा मा-बापने वहेँचनार आजना पत्निघेला पुत्रो क्यारे आ पाठ शीखशे??????? कदाच क्यारेय नहिँ ...... </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-55091047885430389662011-03-24T22:26:00.001-07:002011-03-24T22:26:19.967-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">*आजनो सुविचार*<br />
पोताने थता अन्यायने सहन करतां करतां अन्यायकर्ताने जो क्षमा करवामां आवे तो द्वेष प्रेममां फेरवाइ जाय छे........</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-3008912836432068232011-03-24T05:04:00.001-07:002011-03-24T05:04:42.088-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">॥शिक्षण॥<br />
कोइ शिक्षक अत्यार सुधी पेदा नथी थयो जे विध्यार्थी ने शिखवी शके.....शिक्षक मात्र तेना शीखवामां मार्गदर्शक बनी शके.....खेतरमां पाणी तो एनी मेळे जशे जो धोरियो साफ हशे...... </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-5992426328209656302011-03-19T19:25:00.001-07:002011-03-19T19:25:56.456-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">"तिलक होळी" ग्लोबलवोर्मिग नी समस्या अजगरभरडो लई रही छे त्यारे अबीलगुलालथी "तिलक होळी"उजववानो समय आवी गयो छे.....आपणा देशमां दर वर्षे 200 हेक्टर जंगलनु लाकडु कारण वगर बळी जाय छे.....एक मध्यम कदना शहेरने आखु वर्ष चाले एटलु पाणी एकला गुजरातमां धुळेटी रमवामां वपराय छे.....ऊत्सव ऊजववो......ज...जोईए पण तेनी रीत थोडी बदलवी जोइए एम नथी लागतु?????</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-38465653631828749522011-03-19T09:20:00.001-07:002011-03-19T09:20:55.130-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">@शैशव@<br />
होळीए तेनु महत्व गुमाव्यु के आपणे???होळी तो पहेलाँ पण आम ज सळगती हती.खरेखर तो आपणे पर्वने गौण अने प्रदर्शनने वधु महत्व आपीए छीए एटले अंतर जले छे....</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-86745056531464587422011-03-19T06:57:00.001-07:002011-03-19T06:57:47.445-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">आजे होली<br />
प्रहलादे करेली प्रभुभक्ति ना परिणामे होलिकानु दहन थयु अने प्रहलाद बची गयो....भक्ति आगळ आसुरी शक्तिओ नो पराजय थयो... होलिकाए हिरण्यकश्यपना दुराचारमां साथ आप्यो तेथी तेने पोते ज आगमां सळगवु पड्यु ज्यारे हिरण्यकश्यपने भगवानने स्वयं नरसिँह स्वरुप लइने मारवो पड्यो.........मतलब ,दुराचारीने तो सजा ईश्वर पासेथी मले छे ज्यारे तेने साथ आपनारने प्रभु सजा पण आपतो नथी, तेणे तो आत्मदहन ज करवु पडे.......।। </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-27590339783466632952011-03-17T20:08:00.001-07:002011-03-17T20:08:41.201-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">@होली@<br />
आजे होली छे, भइ, होली। सौने रंग दो झबोळी आवी गेरैयानी टोळी । लावी रंग भरीने झोळी.....आजे होळी। रमेशने राताथी रंगो, परेशने पीळाथी ललितने लीला रंगे ने कांतिने काळाथी करी मूकोने दोडादोडी......आजे होळी। भाभीने भूरा रंगे ने वीराने वादळीए रंग मळे नहीं तो पछी कंकु के काजळिये आपणी भाभी छे साव भोळी......आजे होळी। मामा मोढु संताडे तो रंगो एना केश मामीनु मोढु पकडीने चो...पडी दो मेश जो जो रमत ना थाय मोळी......आजे होळी। काका पर कचरो खडकीने छेक बनावो बावो काकीने बावी बनावी काका सामे लावो आखी बालदी नाखीए ढोळी.......आजे होळी।</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-72242671051503044762011-03-15T22:21:00.001-07:002011-03-15T22:21:34.856-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">।।लागणी अने वर्तणूंक।।<br />
कोइ आगळ आपणी लागणीओ नु प्रदर्शन न करवु कारण के आपणी लागणीओ नी कोइने कंई पडी होती नथी ,, एकबीजा नी वर्तणूंकना आधारे लोको एकबीजा साथे व्यवहार करे छे......।।</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-18331799898068080422011-03-13T12:49:00.001-07:002011-03-13T12:49:59.922-07:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">कुदरत नो कमाल <br />
जापानना भुकंपग्रस्त माणसोने सहन करवानी शक्ति पण कुदरत ज आपशे...., पलभरमां मानवीना अस्तित्वने हतु न हतु करनार कुदरत ने जराय विचार नहि आवतो होय के आ लाचार मानवीओने पाडी ने उभा पण मारे ज करवा पडशे????? </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-61490684172400193542011-03-09T19:50:00.001-08:002011-03-09T19:50:40.473-08:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">@टेक@<br />
ग्राम्य विस्तार मां एक वडील रहे. कोइने रोकडा रुपिया नु दान न करवानी टेक लीधी. एक वार एक व्यक्तिए भीख मां रोकडो रुपियो माग्यो. वडीले आपवानी ना पाडी अने कह्यु के तमारे जमवु होय तो जमी लो पण हु रोकडो रुपियो नहिं ज आपुं. मागण जम्यो, छतां तेणे रोकडा एक रुपिया नी मागणी चालु राखी. आम ने आम सांज पडी. छेवटे वडीले पोतानी चिता तैयार कराववा नो आदेश आप्यो. वडील चिता उपर सुइ गया अने लोको ने आग लगाडवानु कह्यु. पेलो भिखारी हजि सुधी रुपिया माटे जिद्द करतो हतो. वडील ना कहेवाथी लोकोए चिताने आग लगाडी. भिखारी उभो थयो अने क्षण मां आग होलवी ने अंतरध्यान थयो... </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-1974060508581276612011-03-08T21:08:00.001-08:002011-03-08T21:08:47.205-08:00lifelife begining from a dotSbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-61659408555850849532011-03-08T18:21:00.001-08:002011-03-08T18:21:06.186-08:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">*फूल*<br />
नाजुक कळी सुगंधनो दरियो क्षणिक जीवन संदेश बहु भरियो.</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-68386584130768215562011-03-08T05:32:00.001-08:002011-03-08T05:32:33.073-08:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">ॐ*विदाय*ॐ<br />
आपणने लाड लडावनार,पालनपोषण करनार,बालपणमां खभे बेसाडनार आपणी पासे कोइ अपेक्षा राख्या वगर चाल्या जाय तो??? केवी कमनसीबी? </div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0tag:blogger.com,1999:blog-1903872601107131763.post-54488066585021868072011-03-07T23:02:00.001-08:002011-03-07T23:02:50.555-08:00<div dir="ltr" style="text-align: left;" trbidi="on">@विश्व महिला दिन@<br />
॥नारी तु नारायणी॥ ज्यां नारी नु सन्मान थाय छे त्यां सर्व सुखो नो वास होय छे.</div>Sbpatelhttp://www.blogger.com/profile/07920010271188543573noreply@blogger.com0